आप प्रमुख केजरीवाल का आया ये फरमान, चंडीगढ़ के नेताओं को लगा ‘बिजली’ जैसा करंट, देखें क्या है फरमान
Kejriwal's decree: All prominent leaders should contest corporation elections, 'lightning' fell on b
Kejriwal's decree: चंडीगढ़। दिल्ली के मुख्यमंत्री व आप के कनवीनर अरविंद केजरीवाल ने चंडीगढ़ के सभी आप पार्टी से जुड़े प्रमुख नेताओं को निर्देश दिया है कि वह आगामी नगर निगम के चुनाव जरूर लड़ें। केजरीवाल ने यह निर्देश आप चंडीगढ़ के प्रभारी एवं विधायक जरनैल ङ्क्षसह के मोबाइल फोन के जरिये दिए। वहीं यह भी पता चला है कि केजरीवाल का सीधा कुछ प्रमुख नेताओं को फोन भी आया है। जिन नेताओं को चुनाव लडऩे के निर्देश दिए गए हैं, उनमें आप चंडीगढ़ के कनवीनर प्रेम गर्ग, निगम इलेक्शन इंचार्ज चंद्रमुखी शर्मा, राष्ट्रीय सह प्रभारी प्रदीप छाबड़ा व विक्रम धवन शामिल हैं। सूत्रों से पता चला है कि कई नेताओं ने अभी चुनाव लडऩे के संबंध में कुछ समय मांगा है।
इस संबंध में इन नेताओं ने पुष्टि करते हुए बताया कि उन्होंने अभी कहा है कि उन्हें कुछ समय दिया जाए। दूसरी ओर केजरीवाल के फोन के बाद पार्टी नेताओं के सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है। वे इस आदेश से बाहर कैसे निकल पाएंगे।
बताया जा रहा है कि केजरीवाल चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव को पंजाब के चुनावों से जोडक़र देख रहे हैं और इसको सेमीफाइनल मान रहे हैं। जिसके बाद केजरीवाल की ओर से यह निर्देश जारी किए गए। केजरीवाल के निर्देश के बाद अब इन प्रमुख चेहरों का चुनाव में उतरना लाजमी हो गया है। फिलहाल यह देखने वाली बात होगी कि यह कौन से वार्ड से अपनी किस्मत आजमाते हैं। इन नेताओं के सामने सबसे बड़ी समस्या यह है कि वार्डबंदी के बाद जो इलाके बदले गए हैं।
केजरीवाल के फोन के बाद आप के प्रमुख नेताओं पर तो जैसे बिजली गिर गई है। वो इस फरमान को लेकर कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं कर रहे हैं, लेकिन उनके सामने चुनाव लडऩे की चुनौती जरूर सामने आ गई है। प्रदीप छाबड़ा और चंद्रमुखी तो पहले चुनावों में जीत दर्ज कर चुके हैं, वहीं दूसरी ओर प्रेम गर्ग और हरमोहन धवन के बेटे विक्रम धवन के लिए पहला चुनाव लडऩा ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगा।
प्रेम गर्ग पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट है और पार्टी खड़ी करने में उनका अहम रोल है। वहीं विक्रम धवन के पिता हरमोहन धवन राजनीति के पुराने खिलाड़ी हैं।